क्यों आनंद से नहीं हैं शर्मा जी |
October 31 2022 |
खड़गे के शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर कुर्सियां लगाई गई थी और सामने की पंक्ति में अति विशिष्ट लोगों के लिए सोफे लगे थे। खड़गे ने अपने दाएं-बाएं की कुर्सियां सोनिया और राहुल के लिए रिजर्व रखी थीं। पर राहुल एकदम से खड़गे के साथ नहीं बैठे, उन्होंने अपनी कुर्सी मधुसूदन मिस्त्री के लिए छोड़ दी, मिस्त्री के बाद वे बैठे। सामने का एक सोफा प्रियंका गांधी के लिए रिजर्व था। उस सोफे की निगरानी के लिए दिल्ली पुलिस के दो जवान भी मुस्तैद थे। इसके साथ वाले सोफे पर पवन बंसल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अशोक गहलोत विराजमान थे। तब तक वायरलेस पर प्रियंका के आने का मैसेज आ गया। इसी बीच आनंद शर्मा कहीं से टहलते-घूमते वहां पहुंचे और धम्म से प्रियंका के लिए आरक्षित सोफे पर घंस गए। पुलिस वाले उनसे चिरौरी करते नज़र आए, पर शर्मा जी उस सोफे से उठे नहीं। तब तक प्रियंका की एंट्री वहां हो जाती है, पवन बंसल हड़बड़ा कर उठते हैं और हाथ पकड़ कर आनंद शर्मा को अपने सोफे पर साथ बिठा लेते हैं। लगता है प्रियंका को इस सारे मंजर का इल्म हो चुका था, सो वे अपने लिए निर्धारित सोफे पर न बैठ कर उसके पीछे वाली पंक्ति में जाकर बैठ गईं। वो मुस्कुराती हुईं पार्टी के तमाम बड़े नेताओं से मिली पर आनंद शर्मा की ओर नहीं फटकीं। प्रियंका अशोक गहलोत से भी गर्म जोशी से मिलीं पर राहुल ने गहलोत को ठंडा रिस्पांस दिया। हुड्डा और आनंद शर्मा को तो राहुल ने इग्नोर ही कर दिया। |
Feedback |