क्या बिहार का प्रभार दिग्विजय को मिलेगा? |
October 03 2021 |
दिग्विजय सिंह की रगों में जैसे विद्रोह और आंदोलन उबाल मारता है, राहुल गांधी को षायद इस बात का बखूबी इल्म है सो, उन्होंने दिग्विजय को कांग्रेस की नवगठित आंदोलन कमेटी का चैयरमेन बनाया है। दिग्विजय वैसे भी पार्टी में अपने लिए किसी नई भूमिका की तलाश में हैं, सुगबुगाहट है कि उन्हें ‘एबीसीडी’ यानी आदरणीय भक्त चरण दास की जगह बिहार का नया प्रभारी बनाया जा सकता है। इस बात के संकेत दिग्विजय ने स्वयं अपनी हालिया बिहार यात्रा के दौरान दे दिए। इस बिहार यात्रा में दिग्विजय के रात्रि प्रवास का इंतजाम पार्टी ने पटना के एक होटल में किया था। बातों ही बातों में दिग्विजय ने अपने खास वफादार चंदन बागची से कह दिया कि अब उनका पटना आना-जाना लगा रहेगा, सो वे होटल के बजाए पटना में सदाकत आश्रम में ही रुकना ज्यादा पसंद करेंगे। सनद रहे कि पटना स्थित कांग्रेस के सदाकत आश्रम के ऊपरी मंजिल पर दो कमरे बने हैं जिनमें मेहमानों को ठहराया जाता है। खास कर पार्टी प्रभारी इन्हीं कमरों में ठहरना पसंद करते हैं ताकि पार्टी कार्यकत्र्ताओं और नेताओं से आसानी से मिलजुल सकें। कांग्रेस के मौजूदा प्रभारी एबीसीडी भले ही इस बात के अपवाद हों क्योंकि वे सदाकत आश्रम के बजाए पटना के एक खास पंचतारा होटल में रूकना ज्यादा पसंद करते हैं। वैसे भी दिग्विजय सिंह के लालू यादव और नीतीश कुमार से भी बेहद पुराने ताल्लुकात हैं, कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को भरोसा है कि दिग्विजय के दोनों नेताओं से पुराने रिष्ते बिहार में कांगे्रस को फिर से पांव जमाने में मददगार साबित होंगे। पर लोगों को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि अब तक अपने ‘बड़बोलों’ से दिग्विजय कांग्रेस पार्टी का अतीत में कितना भट्ठा बिठा चुके हैं। |
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