’कितनी मुद्दत से सोए नहीं हो तुम सारा हम हिसाब छोड़ आए हैं
ज़िद करके हम भी तुम्हारी आंखों में चंद ख्वाब छोड़ आए हैं’
पिछले कुछ दिनों के अंतराल में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की गांधी परिवार और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कम से कम तीन दौर की बातचीत हो चुकी है। बातचीत का यह सिलसिला बदस्तूर आगे भी जारी रहना था, पर यूं अचानक राहुल गांधी को विदेश जाना पड़ गया। अब सवाल उठता है कि आखिरकार पीके ने कांग्रेस को वे कौन से हसीन सपने दिखाए हैं कि सोनिया, राहुल व प्रियंका समेत पूरा गांधी परिवार उनके समक्ष नतमस्तक हो गया है। गांधी परिवार से जुड़े बेहद भरोसेमंद सूत्र खुलासा करते हैं कि पीके की ओर से गांधी परिवार को अहम चार बातों का आश्वासन मिला है। नंबर एक, पीके ने गांधी परिवार से वादा किया है कि वे प्रमुख विपक्षी पार्टियों से कांग्रेस के लिए साझेदारी में बड़ी सीटों का जुगाड़ कर सकते हैं। पीके का दावा है कि वे यूपी में अखिलेश से बात कर कांग्रेस के लिए 24 के चुनाव में एक दर्जन सीटें दिलवा सकते हैं। अगर गिनती की बात करें तो पीके का दावा है कि वे कांग्रेस के लिए ममता से 5, केसीआर से 5, नवीन पटनायक से 5 और स्टालिन से 8 सीटें दिलवा सकते हैं। अभी जिन राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकारें हैं यानी महाराष्ट्र और झारखंड में पीके उद्धव ठाकरे और हेमंत सोरेन से भी 24 के चुनावों में कांग्रेस के लिए अच्छी खासी सीटों का जुगाड़ कर सकते हैं। पर ऐसे में सवाल उठता है कि पीके चाहे जो भी दावे करें ममता, केसीआर या नवीन पटनायक अपने संबंधित राज्यों में क्या कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ने को तैयार हो सकते हैं, जबकि इन नेताओं को लगता है कि इनके गृह राज्यों में कांग्रेस मजबूती से लड़ाई में भी नहीं है।