’बस इस उम्मीद में तेरे दर पर रोज एक चि़राग जला देते हैं
मेरे ख्वाब हो रौशन, इसी लौ से एक टीका लगा लेते हैं’
ऐसे कयास लग रहे हैं कि बहुत जल्द मोदी कैबिनेट में एक बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। सूत्रों की मानें तो मंत्रियों के प्रदर्शन को आधार बना कर उनके ’रिपोर्ट कार्ड’ तैयार किए गए हैं। यह भी सुनने में आ रहा है कि इस बार कई हैवीवेट मंत्रियों की विकेट गिर सकती है। दो युवा मंत्रियों को उनके अति उत्साही बोलों की कीमत चुकानी पड़ सकती है। दिल्ली के निकाय चुनावों को आधार बनाते हुए मनोज तिवारी या गौतम गंभीर में से किसी को मंत्री बनाया जा सकता है, मीनाक्षी लेखी पर भी खतरे की तलवार टंगी है। फेरबदल के कयासों को इस बात से भी बल मिला है कि गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए भगवा सांसद गण लगातार टाइम मांग रहे हैं। यूपी के एक चर्चित सांसद जब शुक्रवार को गृह मंत्री से मिल कर बाहर निकले तो उनके सहयोगियों के हौंसले बम-बम थे, उन्हें उम्मीद बंध गई है कि सांसद महोदय इस दफे मंत्री बनने के लिए कतार में शामिल हो गए हैं।