उलझन में सरकार |
May 06 2023 |
दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र आस्तिक नारायण ने अपने पहले ही अटेम्ट में जेईई मेंस में 100 पर्सेंटाइल लाकर सबको चौंका दिया, दिल्ली की आप सरकार के लिए भी यह एक मौका था कि ’वे अपने दावे को पुष्ट कर सके कि उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प कर दिया है।’ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जो इन दिनों अपने 45 करोड़ के सरकारी निवास को लेकर विपक्षियों के निशाने पर हैं वे इस मौके को लपकना चाहते थे। सो, उन्होंने अपनी टीम से कहा कि ’वे आस्तिक को बाबा साहेब अंबेडकर की एक प्रेरक बॉयोग्राफी भेंट करना चाहते हैं।’ उनकी टीम काम पर लग गई और सर्वसम्मति से एक पुस्तक का चुनाव किया गया, वह पुस्तक थी-’अंबेडकर: ए लाइफ’ जिसे लिखा था शशि थरूर ने, जो अब कांग्रेस के एक बड़े नेता हैं। जब यह पुस्तक केजरीवाल के संज्ञान में लाई गई तो वे इस पर किंचित झिझक गए, उनकी द्विविधा थी कि ’एक कांग्रेस नेता द्वारा लिखित बॉयोग्राफी देने से इसके अलग राजनैतिक माएने न निकाले जाए,’ सो इस पुस्तक की जगह आनन-फानन में एक वैकल्पिक पुस्तक की पड़ताल हुई और केजरीवाल ने अपने कार्यालय में आयोजित एक समारोह में आस्तिक को जो पुस्तक भेंट की, वह थी आकाश सिंह राठौर द्वारा लिखित ’बीकमिंग बाबा साहेब अंबेडकर’। |
Feedback |