चैन की सांस ले सकते हैं गलहोत |
August 15 2020 |
राजस्थान में गहलोत सरकार को चैन की नई सांस मिल गई है। सूत्रों की मानें तो 14 अगस्त से शुरू हो रहे राज्य के विधानसभा सत्र में वहां की प्रमुख विपक्षी दल भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाने के हक में नहीं है। भाजपा इसके लिए सही समय का इंतजार करना चाहती है पर प्रदेश के मुख्यमंत्री गहलोत स्वयं अपने समर्थक विधायकों की सही संख्या ठोक-बजा कर देख लेना चाहते हैं। कांग्रेस के जुड़े सूत्रों की मानें तो उस सत्र में गहलोत कोई ऐसा विधेयक लेकर आ सकते हैं, जिसके समर्थन में वोटिंग के लिए कांग्रेस अपने समर्थक विधायकों के लिए ‘व्हिप’ जारी कर सकती है, जिससे गहलोत को अपने समर्थक विधायकों की सही गिनती का इल्म हो सके। इसके अलावा कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व और स्वयं गहलोत पायलट कैंप के भी उन डेढ़ दर्जन विधायकों के मन टोलने का यत्न कर रहे हैं कि क्या अपनी घर वापसी के लिए वे अब भी तैयार हैं? सूत्र बताते हैं कि बागी सचिन पायलट को मनाने के लिए स्वयं सोनिया गांधी ने पिछले दिनों उनसे बात की थी, इसके बाद से ही पायलट के तेवर किंचित नरम पड़े हैं। जब कांग्रेस ने राजस्थान में अपने नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की तो पायलट ने उन्हें बकायदा बधाई दी। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को भी उनके जन्मदिन की बधाई देने के लिए पायलट आगे आए, पिछला सब भूलभाल कर। |
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