…और अंत में |
June 05 2016 |
आखिर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की उस जि़द का क्या हुआ, जब वह खम्म ठोंक कर कहती रही थीं कि वे राजस्थान की चारों राज्यसभा सीट पर लोकल उम्मीदवार देंगी, उन्हें कोई बाहरी उम्मीदवार स्वीकार नहीं, खासकर वेंकैया नायडू व ओम माथुर तो कतई नहीं। फिर अचानक से पार्टी अध्यक्ष की ओर से उन्हें दिल्ली तलब किया जाता है, अमित शाह के साथ कई घंटों की मैराथन बैठक के बाद वसुंधरा वेंकैया व ओम माथुर दोनों ही नाम पर मान जाती हैं, सवाल अहम है कि आखिर शाह ने उन्हें दिखाया क्या? चंद महज़ कागजात? अपने पद का रूतबा या फिर इस महिला नेत्री को उनकी हैसियत दिखाने का काम किया। |
Feedback |