चिराग को भगवा चिंगारियों का सहारा

September 13 2020


लोक जनशक्ति पार्टी के सिरमौर चिराग पासवान भाजपा और नीतीश के दरम्यान तल्ख होते रिश्तों को एक नए माएने दे रहे हैं। एनडीए के पार्टनर होने के बावजूद चिराग नीतीश की जदयू पार्टी के प्रत्याशियों के खिलाफ अपने कैंडीडेंट उतारेंगे, पर भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ नहीं। अगर ऐसा हुआ तो फिर जदयू उम्मीदवारों के चुनाव जीतने की संभावनाओं को चोट लग सकती है। सूत्र बताते हैं कि चिराग की इस मुहिम को अंदरखाने से भाजपा का भी समर्थन हासिल है। भले ही नीतीश की जदयू राज्य में भाजपा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ रही हो, पर इतना तो तय है कि अगर भाजपा के विधायक जदयू की तुलना में संख्या बल में ज्यादा जीत कर आए तो भाजपा मुख्यमंत्री पद के लिए अपना दावा ठोक सकती है। नीतीश भी पासवान की काट में अपने साथ जीतन राम मांझी को लेकर आए हैं, पर पासवान की तुलना में राज्य के दलित वोटरों में मांझी की उतनी पैठ नहीं है, सिर्फ आधा दर्जन सीटों पर ही उनका असर बताया जाता है। बड़े पासवान ने भी अपने पुत्र चिराग के स्टैंड का खुल कर समर्थन कर दिया है और नीतीश हैं कि सब समझ कर भी वे अनजान बने हुए हैं।

 
Feedback
 
Download
GossipGuru App
Now!!