कैप्टन का बदला मन |
October 06 2015 |
पंजाब के कद्दावर कांग्रेसी नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह भी पिछले दिनों राहुल गांधी से मिलने वाले भाग्यषालियों में षुमार थे। वे राहुल के बुलावे पर दिल्ली आकर उनसे मिले। पूरी बातचीत एक आत्मीय नोट पर षुरू हुई, फिर धीरे-धीरे इसमें तल्खी आती गई। राहुल ने साफ कर दिया कि उनकी पसंद बाजवा ही हैं, चुनांचे वे पंजाब के आसन्न विधानसभा चुनाव में पार्टी की कमान कैप्टन को नहीं सौंप सकते। नाराज़ कैप्टन पंजाब लौट गए और उन्होंने अब एक-एक करके कांग्रेस के हर जिला प्रतिनिधि को बुलाकर कथित तौर पर उनसे यह चर्चा षुरू कर दी है कि प्रतिनिधिगण बताएं कि उनकी निश्ठा किसके साथ है? कैप्टन के साथ या कांग्रेस के साथ? सूत्र बताते हैं कि अंबिका सोनी ने कैप्टन से बात कर उन्हें एक बीच का रास्ता निकालने को कहा, पर कैप्टन ने साफ कर दिया है कि पंजाब में उन्हें अंबिका का नेतृत्त्व भी स्वीकार नहीं। इन दिनों पंजाब के कांग्रेसी नेताओं में कैप्टन से मिलने की होड़ मची है, सूत्रों के मुताबिक मनीश तिवारी और सुनील जाखड़ जैसे नेतागण भी हालिया दिनों में कैप्टन से मिलकर आए हैं। भाजपा से जुड़े एक उच्च पदस्थ सूत्र का दावा है कि पंजाब चुनावों में भाजपा कैप्टन को अपना नया गठबंधन साथी घोशित कर सकती है क्योंकि अकालियों से उनका पूरी तरह से मोहभंग हो चुका है। |
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