सरकार और संगठन दोनों में होगा फेरबदल

February 26 2021


संसद के बजट का पहला चरण जो 15 फरवरी को खत्म होने वाला था उस पर 13 फरवरी को ही ब्रेक लग गया, मौजूदा बजट सत्र को यूं तो 8 अप्रैल की मियाद पर खत्म होना है पर देश के सियासी मौसम का जो हालचाल है उससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि शायद बजट सत्र अपनी तय मियाद को भी पूरी नहीं कर पाएगा। सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी अपने मंत्रिमंडल के चिर प्रतीक्षित फेरबदल को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। इस बाबत वे सहयोगी दलों से भी निर्णायक बातचीत को अंतिम रूप दे रहे हैं। कहते हैं कि पीएम के बुलावे पर नीतीश कुमार मंगलवार की शाम दिल्ली पहुंचे थे, पर मोदी से उनकी मुलाकात गुरूवार को हो पाई, सूत्र बताते हैं कि पीएम ने नीतीश की पार्टी से केंद्र में मंत्री बनाने के लिए जदयू सांसदों के नाम मांगे थे पर नीतीश का रवैया टालमटोल वाला रहा। जदयू से जुड़े सूत्र खुलासा करते हैं कि इस बार शायद लल्लन सिंह का नंबर लग सकता है, क्योंकि नीतीश के खास वफादार आरसीपी सिंह को उन्होंने जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करवा रखा हैा। एक नाम नालंदा से तीन बार के सांसद कौशलेंद्र कुमार का भी चल रहा है, ये भी नीतीश के बेहद करीबी हैं, पर सूत्रों की मानें तो नीतीश व्यक्तिगत रूप से नहीं चाहते कि उनकी पार्टी के किसी भी सांसद को मोदी कैबिनेट में रहनुमाई मिले। वे दिल्ली में अपनी पार्टी का कोई पॉवर सेंटर नहीं बनाना चाहते हैं। बहुत हद तक ऐसी ही भावना नवीन पटनायक और जगन मोहन रेड्डी जैसे क्षेत्रीय क्षत्रपों की भी है, इन दोनों ने भी पीएम से साफ कर दिया है कि वे नीतिगत मसलों पर मोदी सरकार को अपना पूरा समर्थन देते रहेंगे, पर इनके दल के सांसद केंद्र सरकार को ज्वॉइन नहीं करेंगे। यहां तक कि नवीन पटनायक ने तो अपनी पार्टी के भतृहरि महताब को लोकसभा उपाध्यक्ष बनाने के पीएम के प्रस्ताव को भी सिरे से नकार दिया था। सूत्र बताते हैं कि पिछले दफे आरसीपी सिंह सिर्फ इसीलिए केंद्र में मंत्री बनने से चूक गए थे चूंकि उन्हें पीएमओ से सीधा फोन चला गया था, नीतीश ने इसे अपने लिए खतरे की घंटी मान ली थी। सो, मुमकिन है कि मोदी मंत्रिमंडल के आने वाले फेरबदल में सिर्फ भाजपा के लोगों को ही जगह मिले।

 
Feedback
 
Download
GossipGuru App
Now!!