श्रीरामल्लू पर भगवा दांव |
May 07 2018 |
अब लाख टके का सवाल यह है कि अगर येदुरप्पा को भाजपा हाईकमान अंगूठा दिखाती है तो जीत की सूरत में सीएम की कुर्सी किसे मिलेगी? भाजपा से जुड़े विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि वैसी सूरत में दो नामों पर गंभीरतापूर्वक विचार हो सकता है, इसमें से एक संघ के बेहद करीबी माने जाने वाले बीएल संतोष हैं, जिन्हें मोदी का भी उतना ही करीबी माना जाता है। दूसरा नाम दलित नेता श्रीरामल्लू का है, जो वाल्मीकि समाज से आते हैं और इस दफे दो विधानसभाओं से चुनाव लड़ रहे हैं। श्रीरामल्लू ने सिद्दारमैया को उनके गढ़ में चुनौती दी है और उनके खिलाफ चुनावी मैदान में डटे हैं। श्रीरामल्लू दलित होने के बावजूद रिजर्व सीट के बजाए सामान्य सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, 4 जिलों में उनका अच्छा असर है, और इन चुनावों में पार्टी से पैसा लेने के बजाए अपने पैसे चुनाव में झोंक रहे हैं। पार्टी विद् ए डिफरेंस का खटराग अलापने वाली भाजपा ने श्रीरामल्लू और रेड्डी बंधुओं से एकवक्त हर मुमकिन दूरी बना रखी थी, वक्त का तकाजा देखिए आज ये दोनों ही कर्नाटक में भगवा पार्टी के तारणहार बने हुए हैं। सियासत में वक्त से बड़ा सरताज कोई और नहीं हो सकता। |
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