यूं माने अडवानी |
September 22 2013 |
वृंदावन बैठक की इसी निचोड़ के साथ फिर संघ नेताओं का एक समूह अडवानी से मिलने पहुंचा और उन्हें मोदी की पीएम उम्मीदवारी को लेकर संघ की मूल भावनाओं से अवगत करा दिया गया और यह भी कहा गया कि ‘अडवानी जी, आप सबसे सीनियर लीडर हैं सो आपका एक भी गलत कदम आपके और आपके समर्थकों के लिए ‘नो रिटर्न प्वाइंट’ हो सकता है। वैसे भी हमने पीएम के तौर पर आपकी संभावनाओं को पूरी तरह खारिज नहीं किया है। एक बार चुनाव के परिणाम आने दीजिए उस समय परिस्थितयां किसी के भी पक्ष में जा सकती हैं। अगर भाजपा की सीटें उस समय अनुमान से कम रहीं और गठजोड़ की मजबूरियां ज्यादा रहीं तो फिर इस पद के लिए आपसे योग्य कौन है?’ यानी अडवानी को संघ ने एक साथ मनुहार, डांट और प्रलोभन तीनों ही डोज़ दिए। पता नहीं सियासी रूप से अस्वस्थ अडवानी के लिए इनमें से कौन सा डोज़ संजीनवी का काम कर गई। |
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