अगप का संकट |
January 06 2016 |
इस साल फरवरी मार्च में असम में विधानसभा चुनाव होने हैं, सो गठबंधन की राजनीति भी अपने निर्णायक दौर में पहुंच गई है। भाजपा और कांग्रेस ये दोनों ही दल अगप पर डोरे डालने के उपक्रम में जुटी है। इस मसले पर अगप के दोनों गुट यानी प्रफुल्ल महंत और अतुल ग्रुप की अपनी अलग-अलग राय है। प्रफुल्ल महंत भाजपा के साथ जाने के सख्त खिलाफ हैं, वे कांग्रेस और एआईयूडीएफ गठबंधन के साथ जाना चाहते हैं। महंत का खुले तौर पर कहना है कि भाजपा बिजनेसमैन की पार्टी है, जो सिर्फ अपना फायदा देखती है, बिहार चुनाव के बाद एनडीए के सहयोगी दलों का हश्र क्या हुआ इसे कोई भी देख सकता है। वहीं बोरा ग्रुप गुपचुप रूप से भाजपा के साथ जाने को तैयार है। बोरा ग्रुप के नेतागण अभी पिछले दिनों गुप्त रूप से राम माधव से मिले, पर कोई बात नहीं बन पाई। |
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