आम को खास का समर्थन |
January 13 2014 |
अरविन्द केजरीवाल के दो सबसे करीबी रणनीतिकारों ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में ए.के इस बात पर पुनर्विचार कर सकते हैं कि वे लोकसभा का चुनाव लड़ें, क्योंकि ‘आप’ उन्हें देश के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देख रही है। वैसे भी भारत में ‘आप’ पार्टी का इतनी तेजी से उदय इंडिया को ‘जैस्मिन रेव्यूलेशन’ माना जा रहा है, ऐसी क्रांति पहले मिश्र में हो चुकी है, और विगत महीनों व सालों में अमरीकी समर्थन के आ$गाज से कई अमरीका विरोधी देशों में ऐसी क्रांतियां देखी जा सकती है, पिछले कुछ दिनों में भारत में भी अमरीका विरोध के स्वर तेजी से सुने जा रहे हैं। सो सूत्र बताते हैं कि अंदरखाने से ‘आप’ को भी अमरीका का पूरा समर्थन हासिल है, कांग्रेस से नाराज़ यह महाशक्ति चाहता है कि लोकसभा 2014 के महासमर में राहुल गांधी व कांग्रेस लड़ाई से बाहर हो, और यह चुनाव ‘मोदी बनाम केजरीवाल’ के टंकार से नहाया हुआ हो। |
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