हल्का नहीं है तहलका |
November 24 2013 |
अपनी ही एक सहकर्मी की यौन उत्पीडऩ की आंच झेल रहे तहलका पत्रिका के कत्र्ताधत्र्ता तरुण तेजपाल बहुत ऊंचे रसूख वाले व्यक्ति हैं, लिहाजा तहलका के तार देश के कानून मंत्री कपिल सिब्बल से भी जुड़े हैं, सिब्बल तहलका(अनंत मीडिया प्राइवेट लिमिटेड) के प्रमुख शेयर होल्डर्स में से एक हैं, इस पत्रिका समूह को मशहूर क्रिमिनल वकील राम जेठमलानी का भी आशीर्वाद प्राप्त है, राम जेठमलानी के पुत्र महेश जेठमलानी इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल हैं, राजस्थान पत्रिका प्राइवेट लिमिटेड भी इसके शेयर होल्डर्स में से हैं, इसके अलावा नितिन शाह, अनु आगा भी तहलका के अंशधारकों में शामिल हैं, वैसे भी तहलका समूह का नियंत्रण राज्यसभा सांसद व उद्योगपति के.डी.सिंह के पास है, सनद रहे कि ये सिंह वही हैं जो तृणमूल नेत्री ममता बनर्जी के सबसे करीबियों में शुमार होते हैं। तहलका के तार कई और प्रमुख कांग्रेसी नेताओं से भी जुड़े हैं, सूत्रों की मानें तो यही वजह है कि तरुण तेजपाल का यह मामला सामने आते ही कथित तौर पर केंद्र सरकार इस मामले को रफा-दफा करने में जुट गई, भाजपा नेताओं के दावों के मुताबिक अगर यह घटना भाजपा शासित राज्य गोवा में घटित नहीं होती तो कब का इसे रफा-दफा कर दिया जाता। |
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