सोनिया को मिल सकती है जनरल चुनौती |
July 29 2013 |
2014 के लोकसभा चुनाव में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के.सिंह भाजपा के टिकट पर रायबरेली संसदीय सीट से सोनिया गांधी के समक्ष एक महती चुनौती पेश कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि इस बाबत जनरल पूर्व भाजपाध्यक्ष नितिन गडकरी से तीन और भाजपाध्यक्ष राजनाथ सिंह से 2 दफे मिल चुके हैं। इस पूरे मामले के रणनीतिकार नितिन गडकरी को बताया जाता है जो ऐसा एक जोरदार दांव चलकर सोनिया गांधी से अपना हिसाब-किताब बराबर करना चाहते हैं। गडकरी को लगता है कि उनके खिलाफ तमाम हालिया मुकदमे सोनिया के इशारे पर ही दर्ज किए गए हैं। समझा जाता है कि रायबरेली से जनरल वी.के.सिंह को चुनावी मैदान में उतारने को लेकर गडकरी ने नरेंद्र मोदी से सहमति भी हासिल कर ली है। दरअसल मोदी भी सोनिया को उनके गढ़ में घेरना चाहते हैं और यह चाहते हैं कि सोनिया रायबरेली में कुछ इस कदर उलझ कर रह जाएं कि चुनाव प्रचार के लिए अन्य सीटों की ओर कम रूख कर सकें। हालांकि स्वयं जनरल सिंह हरियाणा की भिवानी सीट से चुनाव लउने के इच्छुक थे, पर भाजपा रणनीतिकारों द्वारा उन्हें समझाया गया कि रायबरेली एक ठाकुर बाहुल्य सीट है इसके अंतर्गत आनेवाली पांच विधानसभा सीटों में से कम से कम तीन पर ठाकुर मतदाताओं का बोलबाला है। जैसे रायबरेली सदर सीट जहां ठाकुरों के अलावा ब्राह्मण वोटर भी निर्णायक स्थिति में हैं और इनका रुख प्रो-भाजपा भी हो सकता है। दूसरी सीट है सरैनी, जिसमें नए परिसीमन में डलमऊ विधानसभा के क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है यहां भी ठाकुरों का बोलबाला है। तीसरी सीट हरचंदपुर है जिसमें सरैनी विधानसभा के क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है यह भी ठाकुर, लोध, ब्राह्मण और यादव दबदबे वाली सीट है। एक खबर यह भी आ रही है कि अपने खराब स्वास्थ्य की वजह से सोनिया गांधी इस दफे का लोकसभा चुनाव ही ना लड़ें, एक खबर यह भी है कि सोनिया की जगह प्रियंका रायबरेली से और वह साथ की सुल्तानपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ें, तब भाजपा अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर हो सकती है। |
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