सुहेल का नया खेल |
May 18 2010 |
याद कीजिए उस पेज थ्री सुहेल सेठ को जो कभी बढ़-चढ़ कर हर न्यूज चैनल के पैनल डिस्कशन में ममता बनर्जी और उनकी बंगालीनुमा राजनीति की बखिया उधेडा करते थे, ममता के लिए बेहद कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते थे, पर संबंधों के धन्ना सेठ सुहेल ने अपने मित्र तरुण दास के मार्फत आखिरकार दीदी के दिल तक अपनी पहुंच बना ही ली है। सो रेल मंत्रालय के अधीनस्थ पब्लिसिटी व कैंपेन सब कमेटी के वे चैयरमैन हो गए हैं, और आते ही उन्होंने अपना सबसे पहला एजेंडा यह रखा है कि एयरलाइंस की ‘इन बोर्ड’ पत्रिकाओं की तर्ज पर अब रेलवे भी अपने यात्रियों के लिए एक खास पत्रिका का प्रकाशन शुरू करेगी। सनद रहे कि ऐसी पत्रिका निकालने का मूल आइडिया भाजपा सांसद व पॉयोनियर के संपादक चंदन मित्रा का था, लालू के जमाने में वर्षों चंदन की फाइल लालू के मुंहलगे ओएसडी सुधीर कुमार के टेबुल पर पड़ी रही, पर पत्रिका के इस आइडिया को लालू जी की हरी झंडी कभी नहीं मिल पाई, पर लगता है सुहेल का खेल आते ही जम गया है। और रेल मंत्रालय में उनकी महत्वाकांक्षाओं की गाड़ी सरपट भागने लगी है। |
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