सनद रहे संसद |
September 14 2009 |
वक्त क्या बदला लालू प्रसाद भी बदल गए हैं अब उनकी हेकड़ी की जगह विनम्रता ने ले ली है, कभी बस दूसरों की चाल पर नजर रखने वाले लालू अब बढ़-चढ़कर पहले ही दूसरों का हाल-चाल पूछ लिया करते हैं, जब से संसद स्थित इनका दफ्तर छिन गया है संसद में भी वे थोड़े गमगीन ही नजर आते हैं, गमगीन तो अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता भी नजर आती हैं, क्योंकि इस चुनाव में उनकी पार्टी के भी मात्र 7 सांसद रह गए हैं, चुनांचे कभी संसद की दो स्थाई समितियों में उनकी पार्टी के अध्यक्ष हुआ करते थे- विज्ञान व प्रौद्योगिकी, वन एवं पर्यावरण अब जयललिता की पार्टी के पास भी हाथ मलने के सिवा और कुछ नहीं बचा है। ऐसे में तो भी बसपा सुप्रीमो मायावती की चांदी है, हालिया दिनों में राज्यसभा में गिनती के आधार पर उद्योग मंत्रालय की स्थाई समिति की अध्यक्षता बसपा के हाथ लग गई है। हाथी बम-बम हर तरफ डोल रहा है। |
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