शाह की राह में आह |
May 19 2010 |
गुजरात के दुर्दांत अपराधी सोहराबुद्दीन और उसकी बीवी कौसरबी के एनकाऊंटर का एक मात्र गवाह तुलसी प्रजापति राजस्थान की जेल में बंद था, उसे राजकोट पुलिस ने रिमांड पर लिया और अचानक से एक दिन उसका एनकाऊंटर हो गया। राजकोट पुलिस का तर्क था कि प्रजापति पुलिस रिमांड से भागने की कोशिश कर रहा था, इसीलिए उसका एनकाऊंटर करना पड़ा, हकीकत चाहे जो भी रही हो, पर इसी क्रम में प्रजापति को मौत के घाट उतारने वाले राजकोट पुलिस के दोनों आईपीएस अधिकारी चुडासमां और विपुल अग्रवाल की गिरफ्तारी हुई। सूत्र बताते हैं कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के पास इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि उपरोक्त दोनों पुलिस अधिकारियों की अपने प्रांत के गृह मंत्री अमित शाह से उस घटना की रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लगातार फोन पर बातें हुई और इसी आधार पर शक की सुई शाह की ओर घूमती है, शाह की गिरफ्तारी भी इसी कनेक्शन में संभव है। |
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