रूठ गए रूढ़ी |
September 05 2010 |
भाजपा में प्रवक्ताओं की बहार है, छपास-दिखास की भूख कहीं ज्यादा है, सो संसद सत्र की समाप्ति के बाद सुषमा स्वराज और अरुण जेतली ने जहां नेता प्रतिपक्ष के तौर पर (लोकसभा व राज्यसभा) प्रेस कांफ्रेंस की, वहीं पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने पार्टी कार्यालय में ही एक प्रेस कांफ्रेंस आहूत कर दी, एक छोटा-सा स्टेज था सिर्फ एक कुर्सी लगी थी जिस पर रवि शंकर खुद विराजमान थे, पार्टी के अन्य प्रवक्ता सकते में थे कि आखिर उन्हें कब मिलेगी कुर्सी? राजीव प्रताप रूढ़ी, तरुण विजय, प्रकाश जावेड़कर आदि पंक्तिबध्द कुर्सी की बाट जोह रहे थे, फिर प्रसाद ने अपने सहायक से कहा कि मंच के नीचे तीन कुर्सियां और लगा दो बाकी प्रवक्ताओं के लिए, रूढ़ी ने सहायक से कहा कि उनकी कुर्सी वे मंच पर ही लगा दे,पर सहायक बॉस की भावनाएं समझता था, उसने झट से कहा डॉयस छोटा है कमजोर है, वहां और कुर्सी नहीं लग सकती, रूढ़ी का ठाकुरी भाव प्रबल हुआ, बड़बड़ाते हुए कांफ्रेंस से बाहर निकल गए। |
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