यशवंत का पुत्र प्रेम |
January 15 2013 |
संघ ने एक तरह से निर्णय कर लिया है कि आगामी 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी के उम्रदराा नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा। खासकर वैसे नेताओं को जो 75 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं। इस बात का आभास यशवंत सिन्हा को भी भली-भांति हो चुका है। सो, इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए सिन्हा अभी से अपने बेटे को सियासी तौर पर तैयार करने में जुट गए हैं। हालिया दिनों में अपनी ‘हुंकार रैली’ में यशवंत सिन्हा ने अपने बेटे को लोगों के समक्ष अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर पेश किया। लिहााा सिन्हा को कहीं न कहीं इस बात का आभास हो चुका है कि यह उनके सियासी सूरज के अस्त होने का वक्त है। |
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