मोइली के सिर मूसली |
January 13 2010 |
तेलंगाना के तेल की कड़कती कड़ाही में कई और राजनीतिक बली हो सकती हैं, सबसे ताजा नाम आंध्र के कांग्रेस प्रभारी एम.वीरप्पा मोइली का है, जिनके ऊपर आरोप लग रहे हैं कि राजशेखर रेड्डी के आकस्मिक निधन के बाद वे न तो जगन की उद्दात महत्वाकांक्षाओं को कंट्रोल कर पाए और न ही सुलगते तेलंगाना के मुद्दे को। चुनांचे मोइली का विदाई गीत लिखा जा चुका है और उनकी जगह आंध्र का प्रभारी या तो गुलाम नबी आजाद को या फिर दिग्विजय सिंह को बनाया जा सकता है। |
Feedback |