माइनिंग लॉबी का खेल |
October 19 2010 |
प्रदेश की ताकतवर माइनिंग लॉबी से पंगा लेना भी येदुरप्पा को महंगा पड़ा था और तब से ही माइनिंग लॉबी ने येदुरप्पा सरकार को डगमगाने की ठान ली थी, जब से येदुरप्पा ने अपने एक महत्वपूर्ण निर्णय में लौह अयस्क के निर्यात पर रोक लगा दी तो रेड्डी बंधुओं से अलहदा बलडोटा और मोदी भी बिगड़ गए, और तब से इस ताकतवर माइनिंग लॉबी ने जैसे ठान ली थी कि येदुरप्पा सरकार को गिराकर जेडी(एस) के कुमारस्वामी समर्थित कांग्रेस की सरकार बनानी है। उपरोक्त उद्योगपतियों की कर्नाटक के अलावा आंध्र प्रदेश, ओडिसा और झारखंड में आयरन ओर की खानें हैं जहां से उनका करोड़ों का वारा-न्यारा होता है। शायद यही कारण रहा हो कि 32 विधायकों की खरीद-फरोख्त में कथित तौर पर तीन सौ बीस करोड़ झोंक दिए गए यानी प्रति विधायक दस करोड़ की रकम। चलिए सियासतदां का मान सम्मान जनता की नजरों में भले न बढ़ा हो पर उनकी खरीद-बिक्री की कीमत जरूर बढ़ गई है। |
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