मत और दस्तखत |
September 19 2009 |
इस बार बहिन जी फूंक-फूंककर कदम रख रही हैं, ताज कॉरीडोर की जली माया अब हर फाइल को दस्तखत के लिए सीधे कैबिनेट सचिव को भेजती हैं यानी निर्णय तो बहिन जी के होते हैं पर हस्ताक्षर कैबिनेट सेके्रटरी साहब के, यानी तलवार तो अफसरशाही पर ही लटक रही है। |
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