मणि का मंतर |
October 05 2009 |
मणिशंकर अय्यर भले ही पिछला लोकसभा चुनाव हार गए हों, पर दिल नहीं हारे हैं। हिम्मत की दाद दीजिए उनकी गांधी परिवार के महिमामंडन का कोई भी मौका वे अपने हाथों से जाने नहीं देना चाहते। कांग्रेस पार्टी के अग्रणी परिवार से अपने पुराने रिश्तों की बानगी पर वे संभावनाओं का नया प्रस्फुटन चाहते हैं। अभी हालिया दिनों में उन्होंने राहुल गांधी के एक करीबी मित्र को यह संदेशा भिजवाया कि दिल्ली के सबसे प्रतिष्ठित और पुराने कनॉट प्लेस का राजीव चौक नामकरण करने का आइडिया उनका ही था, अय्यर तो जोश-जोश में यहां तक कह जाते हैं कि आज के दिन जो भी लोग राजीव चौक को कनॉट प्लेस के नाम से पुकार रहे हैं वे देशद्रोही हैं, जब से राजनीति का स्वरूप जनवादी से व्यक्तिवादी हुआ है चापलूसों की ऐसी दुकानें तो चल ही निकली हैं। |
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