मगर गवर्नर सर… |
July 05 2010 |
शायद एम.के.नारायणन एकमात्र ऐसे गवर्नर हैं जो महामहिम के बगैर किसी औपचारिक मंजूरी के यूं दिल्ली में टपक जाया करते हैं अक्सर। सबसे पहले सोनिया गांधी से मिलते हैं, पीएम से मिलते हैं, प्रणबदा को ब्रीफ करते हैं। लगता है नारायणन कभी रिटायर ही नहीं हुए हैं अपनी उद्दात महत्वाकांक्षाओं से, उनका आचरण भी कमोबेश ऐसा ही है जैसे वह अब भी आईबी चीफ हों। वे केंद्रीय नेताओं को पश्चिम बंगाल सरकार की गुप्त सीआइडी रिपोर्ट, आने वाले विधानसभा चुनाव पर जरूरी फीड बैक, नक्सल समस्या के ताजा हालात और ममता दीदी के बारे में विस्तृत रिपोर्ट देते हैं। कांग्रेस जानती है कि वामपंथी दादाओं के मुकाबले तृणमूल दीदी पर नजर रखना कहीं ज्यादा जरूरी है, सो अभी नारायणन को भी पर्याप्त भाव मिल रहा है। |
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