भीतरघातियों को मिलेगी सजा |
December 01 2010 |
बिहार के चुनावी नतीजों से बम-बम है भाजपा, 102 सीटों पर लड़ी और 91 पर जीत दर्ज हुई, सचमुच एक नया रिकार्ड है। पर अगर पार्टी में भीतरघात नहीं होता तो यह जीत का आंकड़ा और बढ़ सकता था। मसलन, अररिया विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी नारायण झा ने मीडिया में खुलकर बयान दिया कि अररिया के सांसद प्रदीप गंगई नहीं चाहते थे कि यहां भाजपा का उम्मीदवार जीते, वे लोजपा उम्मीदवार को जिताने की कोशिश में जुटे थे। सनद रहे कि अररिया से यहां के सांसद अपने एक ठेकेदार मित्र अजय झा को टिकट दिलवाना चाहते थे, जो पिछले उप चुनाव में भी पार्टी के टिकट पर पहले ही अपनी मिट्टी-पलीद करा चुके थे। सो, जब गंगई के ठेकेदार मित्र और उनके प्रमुख धनदाता झा का टिकट कट गया तो उन्होंने भीरतघात की बिसात बिछा दी। क्या पार्टी ऐसे भीतरघातियों को सबक सिखाएगी? |
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