बेजार हैं पवार |
June 18 2013 |
इन दिनों शरद पवार के ग्रह-नक्षत्र अच्छे नहीं चल रहे हैंण। न तो क्रिकेट और ना ही सियासत का खेल उनके मुफीद बैठ रहा है। श्रीनिवासन मुद्दे पर हिट विकेट होने वाले पवार के लिए उनके भतीजे अजीत पवार आए दिन नई मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। पवार अपने सियासी अवसान के इस काल में अपनी बची-खुची राजनैतिक जमीन अपनी पुत्री सुप्रिया सूले के लिए तैयार करना चाहते हैं, पर सुप्रिया की मुश्किल यह है कि वह महाराष्ट्र की राजनीति की बजाए दिल्ली पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। पवार ने अपने भतीजे की ताकत को कम करने के मकसद से ही महाराष्ट्र सरकार के सभी राकांपा मंत्रियों के इस्तीफे लिए थे, क्योंकि इसमें से अधिकांश अजीत समर्थक थे, पवार ने उनकी जगह सुप्रिया समर्थक मंत्रियों को चव्हाण की कैबिनेट में जगह दिलवायी है। पर मराठों में अजीत ने अपना अच्छा असर बना लिया है, पार्टी संगठन में भी अजीत के लोग काबिज हैं। अजीत बड़बोले हैं, मुंहफट हैं पर मेहनती हैं, लेकिन उनमें असुरक्षा का भाव भी प्रबल है यहां तक कि उन्हें कभी-कभी अपने जूनियर से भी असुरक्षा हो जाती है। |
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