बड़बोलेपन की कीमत |
November 06 2011 |
एक प्रमुख अंग्रेजी चैनल के हेड (जिन पर शरद यादव ने संसद में खुलेआम हल्ला बोला था) की नौकरी खतरे में है। देश के सबसे बड़े मीडिया समूहों में शुमार होने वाले इस चैनल के मालिकों ने अपने चैनल प्रमुख के प्रति सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है। समझा जाता है कि चैनल ने पीएफ घोटाले में एक जिला न्यायालय के जज की फोटो दिखाने के बजाए जस्टिस पी.वी.सावंत का फोटो दिखा दिया, सावंत प्रेस काऊंसिल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सो, उन्होंने झट से 100 करोड़ के मान हानि का दावा चैनल पर ठोक दिया है, इस मामले में निचली अदालतों व हाईकोर्ट में मुंह की खाने के बाद चैनल के मालिक सुप्रीम कोर्ट में पहुंचे हैं, कोर्ट ने चैनल को 20 करोड़ नकदी तथा 80 करोड़ की बैंक गारंटी जमा करने को कहा है। अब चैनल मालिकों को लग रहा है कि केंद्र सरकार के इतने मुखर विरोध का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है। गोया यह मामला अभी अदालत में लंबित है बावजूद इसके मालिकगण अपने चैनल हेड को बाहर का रास्ता दिखाने पर आमादा हैं। |
Feedback |