प्रणब से नाराज ममता |
May 07 2012 |
राष्ट्रपति चुनाव देश में बनते-बिगड़ते सियासी समीकरणों का नया बैरोमीटर बन गया है। माना जा रहा है कि इसमें तुरुप का पत्ता तृणमूल नेत्री ममता बनर्जी के पास है, जिन्हें मनाने की कांग्रेस हरसंभव कोशिश कर रही है। वहीं ममता के करीबी इस बात के संकेत दे रहे हैं कि प्रणब मुखर्जी को लेकर ममता के मन में कुछ शंकाए हैं, ममता ने दबे-छुपे तौर पर इस बात को स्वीकारा भी है कि पिछले 11 महीनों में वो प्रणबदा से 20 बार मिल चुकी हैं 10 बार स्वयं प्रधानमंत्री से। जाहिर है अपने राज्य की जर्जर अर्थव्यवस्था को संजीवनी देने के लिए ममता अपने राज्य के लिए केंद्र से एक बड़ा आर्थिक पैकेज चाहती है जिसके लिए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी कई बार ना-नुकर कर चुके हैं। सो ममता ने अपने करीबियों में साफ कर दिया है कि वह एक ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन देना चाहेंगी जो कम से कम उनकी बातों को सुने, क्या प्रणबदा सुन रहे हैं? |
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