पलटवार के लिए तैयार जोशी |
April 16 2010 |
खरामां-खरामां बेखौफ और बेखटके, अतीत के बोझ से जरा सिर बाहर निकाल कर बिचारे संजय जोशी अपनी पहचान और और अस्मिता के संकट से उबर कर अपने विरोधियों के खिलाफ पलटवार के लिए हथियार उठाने को आमदा हैं, जोशी जानते हैं कि उनकी जड़ में मट्ठा डालने का काम आखिर है किसका-एक अदद अडवानी, नरेंद्र मोदी और भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में जमे उस पदाधिकारी का जिनसे संजय का छत्तीस का आंकड़ा है। जोशी को ले देकर एक स्वयंसेवक होने का निरा गुमान था पर बेदर्द संघ वालों ने राजगीर में संघ का वह फीता भी उतार लिया, सो भरे बैठे हैं जोशी और बोरी भर कर उन्होंने साक्ष्य इकट्ठे कर लिए हैं अपने विरोधियों के खिलाफ। संजय के साक्ष्यों में इतनी धार थी कि वेंकैया नायडू भागे-भागे गडकरी के पास पहुंचे और अध्यक्ष को बताया कि संजय जो कह रहे हैं उन बातों को निराधार मानकर खारिज नहीं किया जा सकता, उनकी बातों में भी दम है और उनके साक्ष्यों में भी। सो, आने वाले दिनों में गडकरी संजय जोशी को अपने पास बुलाकर उनसे अकेले में कुछ जरूरी बातें कर सकते हैं। क्या यह बागी धार को कुंद करने की तैयारी है? |
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