नेता पुत्र-पुत्रियों का बोलबाला है यूथ कांग्रेस में |
August 29 2010 |
कांग्रेसी युवराज राहुल गांधी पार्टी की सूरत और सीरत बदलने हेतु काफी लंबे समय से प्रयत्नशील हैं, राहुल चाहते हैं कि कांग्रेस आमजनों की पार्टी में शुमार हो, पर राहुल भी क्या करें जिस थोक भाव में नेता पुत्र-पुत्रियों की एक बड़ी फौज ने पार्टी के महत्वपूर्ण संगठनात्मक पदों पर दृष्टि लगा रखी है और हौले-हौले कब्जा जमाना शुरू किया है, राहुल की नजर में यह ‘अलार्मिंग’ है। यहां तक कि कांग्रेस की युवा जमात ‘यूथ कांग्रेस’ पर भी ऐसे ही राजनैतिक परिवारों का वर्चस्व छाता जा रहा है। दिग्विजय सिंह के पुत्र अभी हालिया दिनों में यूथ कांग्रेस के मार्फत ही सियासत के मैदान में उतर आए हैं, इसके अलावा महाराष्ट्र के हैवीवेट नेताओं के पुत्र-पुत्रियों रिश्तेदारों ने तो यूथ कांग्रेस पर जैसे कब्जा ही जमा रखा है। विलास राव देशमुख, सुशील कुमार शिंदे, पतंग राव कदम, नारायण राणे के पुत्र-पुत्रियां यूथ कांग्रेस के विभिन्न पदों पर काबिज हैं। अन्य प्रदेशों में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति है सो ऐसे में दरी बिछाने वाले कार्यकर्ताओं की सुध कौन लेगा? यही तो राहुल की चिंता है। |
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December 13th, 2010
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December 16th, 2010
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