नायर से जुड़ा वायर |
February 07 2010 |
चटवाल के नाम को पद्म पुरस्कारों की रौ में आगे करने में प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव टी.के.ए.नायर की सबसे महती भूमिका रही। चटवाल और नायर की दोस्ती वैसे भी काफी पुरानी है और खासी मजबूत भी, सो यह नायर की ही दोस्ती थी कि सिख चटवाल ने मलयाली भूमि कोचीन में जाकर अभी अपना एक होटल शुरू किया है और उस होटल का श्रीगणेश भी नायर के ही करकमलों से हुआ है। सो इस बार पद्म पुरस्कारों के लिए जो कमेटी गठित हुई थी उसमें प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटी नायर के अलावा, केंद्रीय गृह सचिव, कैबिनेट सचिव, राज्यसभा सांसद और गांधी परिवार की वफादार कपिला वात्सयायन, सीआईआई के अध्यक्ष तरुण दास भी शामिल थे। समझा जाता है कि इस कमेटी की आहूत बैठक में सबसे पहले नायर ने ही चटवाल के नाम का प्रस्ताव रखा और इसे पलक झपटते ही कमेटी के अन्य सदस्यों का समर्थन हासिल हो गया। और हां यह कहने-सुनने की बात नहीं कि मिस्टरक्लीन होने का दंभ भरने वाले डा. मनमोहन सिंह और चटवाल की जान-पहचान व दोस्ती भी उतनी ही परखी, जानी-पहचानी और पुरानी है। |
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