दादा दिल से |
September 29 2013 |
इस ऑर्डिनेंस के विरोध में भाजपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल जब महामहिम राष्टï्रपति से मिला तो अपने पूर्ववर्ती से उलट प्रणब दा का इस मामले पर मंतव्य साफ था। भाजपा नेताओं की मौजूदगी में ही उन्होंने कपिल सिब्बल और सुशील कुमार शिंदे से बात की और उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत करा दिया कि ऐसा कोई ऑर्डिनेंस लाने से सुप्रीम कोर्ट की भावनाएं आहत होंगी और विधायिका तथा न्यायपालिका के बीच एक टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। इसीलिए दादा ने बेहद दो टूक लहजे में कहा कि वे इस ऑर्डिनेंस को बगैर दस्तखत किए सरकार को वापिस भेजने वाले हैं। जैसे ही दादा के इरादों की भनक बाबा की भजन मंडली को लगी उन्होंने आनन-फानन में अपने युवराज के लिए नए ड्रामे की पटकथा लिख दी। |
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