थरूर की खैर नहीं |
March 16 2010 |
आखिर बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी? सो शशि थरूर पर अब गाज गिरने ही वाली है, इस बार जब उनसे दस जनपथ इस कदर नाराज है तो बिचारे प्रधानमंत्री उनकी रक्षा करें भी तो कैसे? सो समझा जाता है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के प्रस्तावित फेरबदल में या तो थरूर का मंत्रालय बदल कर उन्हें अपेक्षाकृत कोई हल्का मंत्रालय थमाया जा सकता है या फिर केंद्रीय मंत्रिमंडल से उनकी छुट्टी हो सकती है। कई ऐसे काबीना मंत्री हैं जो वर्तमान में अपने मंत्रालय से खुश नहीं है, मसलन खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सुबोध कांत सहाय को ही ले लीजिए जो प्रधानमंत्री व सोनिया गांधी से मिलकर कई बार यह मांग कर चुके हैं कि उनका मंत्रालय बदला जाए, सो लगता है इस दफे कांग्रेस अपने ऐसे मंत्रियों की भी सुध ले सकती है। |
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