झारखंड जा सकती हैं मारग्रेट |
August 29 2010 |
मारग्रेट अल्वा बतौर गवर्नर अपने वर्तमान राज्य उत्तराखंड में खुश नहीं है, इसे देखते हुए उन्हें झारखंड भेजा जा सकता है। झारखंड जहां चुनाव के हालात हैं और वर्तमान में यहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है, सो ऐसे में यहां गवर्नर की भूमिका खासा महत्वपूर्ण हो जाती है। झारखंड एक ऐसा प्रदेश है जहां पहले से ही क्रिश्चियन मिशनरियों का बोलबाला है, पर हालिया दिनों में प्रदेश में मिशनरी विरोधी तेवर उग्र हुए हैं, इस सापेक्ष में अल्वा को झारखंड भेजा जाना कांग्रेस नीत केंद्र सरकार का एक प्रतीकात्मक कदम माना जा सकता है, जाहिर है मैडम अल्वा के समक्ष सबसे महत्वपूर्ण चुनौती यही होगी कि वह ‘एंटी मिशनरी’ लोगों पर कैसे लगाम कसती है कि क्रिश्चियन कैथोलिक चर्च को खुश किया जा सके। |
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