छुट्टी पर कम्युनिस्ट |
October 30 2011 |
मार्क्सवादियों के पार्टी संविधान में साफ-साफ वर्णित है कि पार्टी के नेताओं को विदेश जाने से पूर्व पार्टी से अनुमति लेनी जरूरी है, पर इन दिनों पार्टी ठेंगे पर और नेतागण बड़े आराम से विदेशों में छुट्टियां मनाते दिखे। सीताराम येचुरी की बात जाने भी दें तो वृंदा कारत ने पार्टी नियमों की कब परवाह की है। वृंदा अपनी बहन व बहनोई के साथ दक्षिण अफ्रीका छुट्टियों में चली गईं। प्रकाश कारत विदेश नहीं जाकर उत्तराखंड में अपने साढू भाई प्रणव रॉय के फॉर्म हाउस पर छुट्टियां मना रहे थे। यानी जब से बंगाल से कम्युनिस्टों की छुट्टी हुई है, उनका छुट्टी मनाने पर ज्यादा ध्यान है। |
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