चौथा खंबा हुआ नंगा |
December 10 2010 |
सबकी पोल खोलने वाले मीडिया का इस कदर चीरहरण कभी नहीं हुआ था, ऐसे में जब बड़े तुर्रमखां पत्रकारों की विकेट गिर गई है तो वे कुत्तर्को पर उतर आए हैं, मसलन राजदीप सरदेसाई का यह कहना है कि अभी उन पर आरोप सिध्द नहीं हुए हैं, सो उन्हें दोषी सिध्द साबित का उपक्रम न साधा जाए, तो राजदीप बताएं कि क्या लालू, मुलायम या मायावती दोष सिध्द हो चुके थे जब कई मामलों में मीडिया ने उन पर हल्ला बोला था? सेंट्रल हॉल में तो कई सांसद यह कहते पाए जा रहे हैं कि राजदीप और बरखा दत्त से पद्म सम्मान सरकार को वापिस लेना चाहिए, नहीं तो देश के इतने बड़े नागरिक सम्मान की यह तौहीन होगी। |
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