चिंतन की चिंता |
September 14 2009 |
सो संघ की सोच को आगे बढ़ाने की गरज से राजनाथ ने चिंतन बैठक का आह्वान किया और हार की कारणों की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय ‘फैक्ट फाइडिंग कमेटी’ बना दी, इस कमेटी की रिपोर्ट पर चिंतन बैठक में चिंतन-मनन होना था। पहले तो अडवानी कैंप का सारा उपक्रम इस बात को लेकर था कि किसी भांति यह चिंतन बैठक ही टाल दी जाए, यह सबको मालूम था कि वरना चिंतन बैठक में निशाने पर कौन रहने वाला है, पर संघ ने अडवानी कैंप की तमाम दलीलों को खारिज करते हुए चिंतन बैठक को हरी झंडी दिखा दी। बैठक में शामिल होने वाले उन 24 प्रमुख नेताओं की ‘किट’ में इस रिपोर्ट को पहले ही रख दिया गया था, आगे तो यह सर्वज्ञात है कि कैसे बाद में इस रिपोर्ट के अस्तित्व पर ही सवालिया निशान लगा दिए गए थे…और क्यों? |
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