कटघरे में न्याय |
November 18 2013 |
न्याय के प्रतिमूत्र्ति इन दिनों सार्वजनिक जीवन में नैतिकता व शुचिता को लेकर स्वयं कटघरे में हैं, नार्थ-ईस्ट की जिस इंटर्न छात्रा ने हाल में ही रिटायर हुए सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश पर अपने यौन शोषण का आरोप लगाया है, अपनी शिकायत में उन्होंने साफ तौर पर कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं और बताया है कि न्यायाधीश महोदय ने एक होटल के कमरे में 24 दिसंबर की रात क्या कहकर उनका यौन शोषण किया, और ऐसा कुकृत्य उसके साथ अकेले नहीं हुआ है बल्कि उनकी कई सहेलियां भी वक्त-बेवक्त ऐसे हादसों का शिकार हुई है, सबसे अहम बात तो यह कि कोर्ट-बीट कवर करने वाली कई महिला पत्रकारों को भी ऐसे बुरे अनुभवों से गुज़रना पड़ा है, पर इनमें से किसी ने भी मुंह खोलने की हिम्मत नहीं दिखाई। एक अहम खुलासा यह भी किया गया है कि ऐसे कुकृत्यों में न्यायधीशों के अलावा कई सीनियर एडवोकेट भी शामिल हैं, जिनकी नजर भी अपनी जूनियर या इंटर्न पर रहती है। अब सवाल उठता है कि यह प्रदूषित हवा आखिर चली किधर से और पहुंची कहां तक, समझा जाता है कि यह बयार हिमाचल से शुरू होकर बंगाल की खाड़ी तक पहुंची है। |
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