इशरत का सच |
July 21 2010 |
अब यह बात किसी से छुपी नहीं रह गई है कि इशरत जहां पक्के तौर पर एक फियादिन थी, वे पिल्लै यानी जावेद के साथ 4 बार लखनऊ आई थी। पिल्लै की मुस्लिम मां शमीमा और पिता केरल में एक हिंदू परिवार से ताल्लुक रखते थे। इशरत के बारे में हेडली के एफबीआई के समक्ष एक अहम खुलासे के बाद भी गुजरात पुलिस जांच एजेंसियों को अब तक यह नहीं समझा पा रही कि आखिर इशरत को जब पूछताछ के लिए चार दिन पहले अहमदाबाद लाया गया तो उसका भी एनकाऊंटर उसी चौराहे पर क्यों किया गया जहां पहले कभी सोहराबुद्दीन को भी इसी चौराहे पर मुठभेड़ में मार गिराया गया था? क्या यह महज इत्तफाक है? |
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