आसान नहीं दस जनपथ का पथ |
July 05 2010 |
कांग्रेसी महारानी सोनिया गांधी का दस जनपथ का द्वार अब अनेक नेताओं की पहुंच से बाहर होता जा रहा है,कभी जिस रामविलास पासवान के घर सोनिया गांधी खुद पैदल चल कर आई थीं आज हालात यह है कि पासवान जी को मांगने से भी मैडम का समय नहीं मिल पाता। लालू, मुलायम, शिबू सोरेन और जगन रेड्डी की भी बस यही कहानी है। कमोबेश अजीत सिंह की भी यही हालत है। जगन तो बस वीरप्पा मोइली से ही मिल पा रहे हैं, क्षेत्रीय नेताओं को मोइली और प्रणबदा ही निपटा देते हैं, छोटे-मोटे सुलह-समझौते और राजनैतिक गठबंधन भी यही दोनों नेताद्वय कर लिया करते हैं। यूपीए के गठबंधन साथियों में ममता दीदी व काले चश्मेवाले बाबा यानी करुणानिधि के लिए बस मैडम सोनिया का दरबार खुला होता है, जिनसे नहीं मिलतीं उनके लिए तो मैडम के कान भी खुले नहीं होते यानी ऐसे लोगों के टेलीफोन कॉल्स भी वह आमतौर पर नहीं लेती हैं। |
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