अमरीका ने ही बिछाया सारा जाल |
July 02 2012 |
26/11 को अंजाम देने में पाकिस्तानी आतंकियों और उनके आकाओं ने सैटेलाइट फोन इस्तेमाल किए थे। यह अमरीका की ही खुफिया एजेंसियां थीं जिसने इस सैटेलाइट फोन के हर वायस फीड के नमूने को अपने कब्जे में ले रखा था। अमरीकी खुफिया तंत्र को सऊदी अरब में रह रहे अबू की चाल-ढाल पर शक हुआ लिहाजा उनके फोन टेप किए जाने लगे और जब अबू की आवाज को 2611 के सैटेलाइट फोन की आवाज से मिलाया गया तो अमरीकी खुफिया एजेंसियों का शक पक्का हो गया कि यह 2611 की आतंकी घटना में शामिल है। आवाज का नमूना मिलते ही अमरीकी एजेंसियों ने रॉ से अबू का डीएनए भेजने को कहा। अमरीकी अदालतों के कानून चूंकि इतने सख्त हैं सो अमरीका ने तय किया कि अबू को अमरीका ले जाने की बजाए सीधे भारत डिपोर्ट किया जाए क्योंकि वह भारत का नागरिक है। सो, अमरीकी अधिकारियों ने ही अबू को विमान पर बिठाकर उसे भारत भेज दिया। ताकि भारतीय कानून के तहत उस पर मुकदमा चलाया जा सके। |
Feedback |