अडवानी की नई पारी |
August 07 2011 |
अडवानी आहत हैं, आहत हैं कि उन्हें पार्टी से उनकी वफाओं का क्या सिला मिल रहा है, संघ के एजेंडे को सिर आंखों पर उठाने वाले उसके खास सिरमौर हर वह कोशिश कर रहे हैं कि आखिरकार कैसे पार्टी में अडवानी अप्रसांगिक होते जाएं। सो संघ के इस मंतव्य को अडवानी ने बखूबी पढ़ लिया है कि संघ की राय है कि अडवानी अगला चुनाव यानी 2014 में लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ें। अडवानी खुद को इसके लिए तैयार करने में जुट गए हैं, अब उनका ज्यादा से ज्यादा वक्त पढ़ने-लिखने में बीत रहा है। वे ब्लॉक-लेखन को ज्यादा प्रवृत्त हो रहे हैं और अभी उनके लिखे तमाम ब्लॉग को एक संकलन के तौर पर रूपा एंड कंपनी एक पुस्तक के रूप में ला रही है-‘एज आई सी इट।’ जाने इस वयोवृध्द नेता के लिए और क्या-क्या देखना बाकी रह गया है? |
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