अडवानी का प्रैशर ग्रुप |
April 23 2011 |
भाजपा की दूसरी पीढ़ी के प्रमुख नेतागणों की यही राय है…बहुत हुआ अब अडवानी जी राजनीति से संन्यास लें, पर अडवानी ने कोई कच्ची गोलियां नहीं खेल रखी है उन्होंने विवेकानंद फाऊंडेशन की मदद से दबाव की राजनीति शुरू कर दी है। इस फाऊंडेशन का नेतृत्व पूर्व आईबी प्रमुख अजीत डोवल के हाथों में है, और इससे भाजपा के पूर्व थिंक टैंक गोविंदाचार्य, संघ करीबी एस.गुरुमूर्ति, सुब्रह्मण्यम स्वामी, आदि मुखर लोग जुड़े हुए हैं। जैसे ही हिंदुत्व अवसरवाद के मुद्दे पर जेतली केबल लीक हुई, विकीलिक्स के इसी खुलासे को आधार बनाकर एस.गुरुमूर्ति ने फौरन संघ प्रमुख मोहन भागवत को एक चिट्ठी लिख दी। अडवानी न केवल सियासी बाजीगरी दिखाने में जुटे हैं अपितु इन दिनों अपने स्वास्थ्य का भी खास तौर पर ध्यान रख रहे हैं, उन्हें अभी एक और लंबी सियासी पारी जो खेलनी है…। |
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