मोहन की मुरलिया बाजे रे! |
December 16 2023 |
मध्य प्रदेश की कमान एक यादव नेता को सौंप कर भाजपा ने एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। इस उपक्रम से पार्टी ने बिहार व यूपी के यादवों को भी एक साफ संदेश दिया है। मोहन यादव के शपथ ग्रहण समारोह वाले स्थल को पीएम मोदी की योजनाओं वाले पोस्टरों से पाट दिया गया था, पर इन पोस्टरों में से शिवराज की ‘लाडली बहना योजना’ नदारद थी। एक तरह से शिवराज सिंह चौहान की पूरी उपस्थिति को ही दरकिनार कर दिया गया था। इस शपथ ग्रहण समारोह को एक योजनाबद्ध तरीके से यूपी व बिहार के यादव बाहुल्य इलाकों में बड़े-बड़े स्क्रीन लगा कर इसे लाइव दिखाया गया। यानी भाजपा शूरवीरों ने रणनीति बना कर लालू व अखिलेश के यादव वोट बैंक में सेंध लगाने की पूरी कोशिश की, पर सवाल यही सबसे बड़ा है कि क्या बिहार व यूपी के यादव मध्य प्रदेश के यादव नेता के नेतृत्व को स्वीकार करने को तैयार हैं? वहीं दबे-छुपे तौर पर यह भी सुनने को मिल रहा है कि 2024 के आम चुनाव के बाद मोहन यादव ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए अपनी गद्दी खाली कर देंगे। सियासत हर शै रंग बदलती है और निष्ठाएं भी, यह तो आने वाला वक्त बताएगा कि मोहन की मुरलिया क्या नई धुन छेड़ती है। |
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