वरुण को असम का गम |
March 15 2011 |
अपनी शादी से हालिया दिनों में सुर्खियों के सरताज बनने वाले वरुण गांधी असम में भगवा पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। भगवा गांधी ने अपनी भावनाओं से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया है। इस दफे गडकरी ने जब अपनी नई टीम बनाई तो उन्होंने वरुण को पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाने के साथ-साथ असम का चुनाव प्रभारी भी बनाया था। वरुण ने पिछले कई महीनों से असम में अपने को पार्टी कार्य में झोंक रखा था, युवा गांधी की वजह से असम में पार्टी के पक्ष में एक सकारात्मक माहौल भी बना था, लेकिन जब असम में पार्टी टिकट बंटने की बारी आई तो गडकरी करीबी हाईजैकर पार्टी एजेंडा के साथ सारी टिकटें भी लूट गए। वरुण ने अपनी ओर से कुछ उम्मीदवारों की पैरवी की थी, पर इनको पार्टी ने टिकट से वंचित कर दिया। असम की स्थानीय भाजपा का आरोप है कि भाजपा अगप के हाथों बिक गई है। सभी प्रमुख अगप नेताओं के खिलाफ भाजपा ने एकदम कमजोर उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, वहीं बदले में अगप सिर्फ तीन सीटों पर भाजपा को मदद कर रही है। असम भाजपा के उपाध्यक्ष राजन गोहांई ने भी विरोध स्वरूप अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया है। वरुण अब अपना सारा ध्यान यूपी में विभिन्न रैलियां करने पर लगा रहे हैं। |
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