क्या शिवसेना पलटी मारेगी? |
November 28 2021 |
कयासों के बाजार फिर से गर्म होने लगे हैं कि महाराष्ट्र में सत्ता के एक नए गठबंधन का आगाज़ हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि बहुत जल्द महाराष्ट्र में महाअघाड़ी सरकार के भविष्य पर विराम लगने वाला है और उद्धव ठाकरे अपने रिश्तों की पुरानी पोटली को सिंहासन पर रख कर राज करने वाले हैं। शिवसेना संग भाजपा के इस परिवर्तित गठबंधन से आने वाले बीएमसी चुनावों में भी सेना राहत की सांस भर सकती है। कहते हैं शरद पवार ने मोदी से मिल कर 6 महीने में यू-टर्न लेने की बात कही थी, वह नहीं हुआ तो पवार करीबियों पर जांच एजेंसियों की गाज गिरनी शुरू हो गई। एनसीपी नेता अनिल देशमुख की गिरफ्तारी इसकी मिसाल है। जबकि देशमुख पर आरोप लगाने वाले मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने 13 अक्टूबर को न्यायमूर्ति केयू.चांदीवाल आयोग के समक्ष हलफनामा दाखिल कर स्वीकार किया था कि देशमुख पर 100 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के लिए उनके पास कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं। अब केंद्र सरकार के निशाने पर एक और पवार करीबी नवाब मलिक हो सकते हैं, जिन्होंने आर्यन खान मामले पर एनसीबी और समीर वानखेड़े को बेनकाब करने का काम किया है। पर नवाब मलिक का अतीत भी उनका पीछा नहीं छोड़ रहा, उनके अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के कयासों को जांच एजेंसियां खंगालने में लगी है, सो आने वाले दिनों में एक और बड़ा धमाका हो सकता है जिसकी जद में फिर से शरद पवार हो सकते हैं। |
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