क्या चौटाला परिवार एक होगा? |
June 19 2022 |
आय से अधिक संपत्ति मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को सजा सुनाए जाने से करीब यह एक सप्ताह पहले की बात है। कहते हैं चौटाला ने अपने पूरे परिवार को बुलाया और उनसे कहा कि ’अगर वाकई उन्हें अपने गृह राज्य में कांग्रेस-बीजेपी से लड़ना है तो परिवार को एक होना होगा।’ चौटाला ने कहा उनके पास अब ज्यादा समय नहीं है, वे अपनी आंखों के आगे अपने परिवार को एक होता देखना चाहते हैं और उनकी सोच है कि चौधरी देवीलाल की पार्टी और उनके चुनाव चिन्ह पर ही सब मिल कर लड़ें। सूत्र बताते हैं कि चौटाला ने इस मीटिंग में शामिल होने के लिए अपने छोटे भाई और राज्य के बिजली व जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को भी बुलाया था, पर वे नहीं आए। जबकि कहा जाता है कि ओम प्रकाश चौटाला से समझौता कर ही उन्होंने इस दफे के चुनाव में बतौर निर्दलीय जीत हासिल की थी और खट्टर सरकार में दो अहम मंत्रालय भी पा गए। पर रणजीत सिंह ने बैठक में न आकर अपने बड़े भाई को यह संकेत दे दिया कि वे निर्दलीय ही ठीक हैं। पर इस मीटिंग में भी पारिवारिक तनाव बिखर कर सामने आने लगा, जब जजपा के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने अपने दादा से कहा ’उन्हें इस बात से खुशी मिलेगी कि उनका परिवार एक हो जाए, पर वे यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि परिवार की इस नवगठित पार्टी के अध्यक्ष या तो वे होंगे या उनके पिता अजय सिंह चौटाला।’ जब परिवार की इस एकजुटता की कवायद की खबर प्रदेश के मुख्यमंत्री खट्टर को लगी तो ओम प्रकाश चौटाला पर कानूनी शिकंजा और कस दिया गया। वहीं चौटाला परिवार को लगता है कि बड़े चौटाला को फिर से जेल भेजने से प्रदेश के जाटों की सहानुभूति चौटाला परिवार से मुखातिब होगी जिसका नुकसान आखिरकार भाजपा को उठाना पड़ सकता है। |
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