| श्रीकथा अनंते |
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December 27 2011 |
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ंजरा सोचिए राजनैतिक विचारधारा में नैतिकता व शुचिता की दुहाई देने वाला संघ और उसकी पोषक पार्टी भाजपा की ओर से 27 तारीख को लोकपाल के मुद्दे पर संसद में कौन बोलेगा? माननीय श्री अनंत कुमार जी, जिनकी श्रीकथा अनंता से कौन वाकिफ नहीं है। मामला चाहे हुडको घोटाला का हो या नीरा राडिया प्रकरण का अनंत की पहले ही इन मामलों में किरकिरी हो चुकी है। लगता है इसी मौके के लिए दुष्यंत कुमार ने कहा था-‘इस तरह टूटे हुए चेहरे नहीं हैंजिस तरह टूटे हुए ये आइने हैं जिस तरह चाहो बजा लो इस सभा मेंहम नहीं हैं आदमी, हम झुनझुने हैं।’ |
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